राष्ट्रीय एकता को बढ़ाने वाला संदेश, दक्षिण भारत के पवित्र स्थलों और यात्राओं का उल्लेख, अयोध्या से शुरू होने वाली विशेष ट्रेनों का शिलान्यास: PM मोदी का ’24 मास्टरस्ट्रोक’

अयोध्या में देश के प्रधानमंत्री ने 2024 के लिए तय कर दी कई चीजें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (30 दिसंबर, 2023) को अयोध्या में अपने संबोधन के माध्यम से इस दिन को ऐतिहासिक घोषित किया और उन्होंने पूरे देश को एक सूत्र में जोड़ने का संकल्प लिया। उन्होंने अयोध्या से अंडमान तक भारतीय सैन्या की पहली आजाद सरकार की स्थापना की ज़िक्र किया और विभिन्न विषयों पर अपने भाषण में बातें की। प्रधानमंत्री ने अयोध्या से पूरे देश को जोड़ने वाली नई ट्रेनों के शिलान्यास का कार्यक्रम भी सम्पन्न किया।

प्रधानमंत्री ने अयोध्या में भारत के स्वतंत्रता सेनानियों और प्रजापिता ब्रिगेडियर लक्ष्मी सहगल की तस्वीरों का उद्घाटन किया, जो एक ऐतिहासिक प्रतीक हैं। उन्होंने स्वच्छता, देश के कमजोर वर्गों के प्रति उनके समर्पण, और राम मंदिर में भक्तों की पूजा की महत्वपूर्ण बातें बताईं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज अयोध्या में विकास और तकनीकी की बातें हो रही हैं, लेकिन कुछ ही दिनों में अध्यात्म और भक्ति की बातें भी होंगी। उनका यह बयान उनके राजनीतिक और सामाजिक लक्ष्यों को प्रकट करता है, और इससे उम्मीद है कि वह विभिन्न सामाजिक वर्गों के बीच एकता और सद्भाव का संदेश पहुंचा सकते हैं।

मोदी ने अयोध्या से दक्षिण भारत के धार्मिक स्थलों और यात्राओं का भी जिक्र किया और उन्होंने बताया कि इससे एक सीधी ट्रेन का आरंभ होगा, जो देशभर में लोगों को सीधे यात्रा करने का अवसर देगा। यह योजना पर्यटन को बढ़ावा देगी और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करेगी।

पीएम मोदी का इस दौरे को राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जिससे उन्हें आने वाले चुनाव अभियान में एक सकारात्मक संदेश मिलेगा। इसके अलावा, मोदी ने शहर की जनता के साथ बातचीत की और उनके द्वारा बताए गए विभिन्न क्षेत्रों में विकास के कदमों को सुना।

प्रधानमंत्री के आगमन के पहले ही अयोध्या में बड़ा उत्साह दिखा जा रहा था, और लोगों ने उन्हें वारम्वार स्वागत किया। मोदी ने इस अवसर पर शहर के लोगों के साथ संवाद किया और उनके साथ आने वाले विकास की योजनाओं की चर्चा की।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने अयोध्या दौरे के दौरान शहर को एक राष्ट्रवादी भावना से जोड़ने की प्रयास किया। उन्होंने अयोध्या को भारतीय संस्कृति और आस्था के प्रतीक के रूप में उजागर किया और कहा कि इसका निर्माण सभी भारतीयों का है और इसकी रक्षा भी सभी भारतीयों का कर्तव्य है। मोदी ने अयोध्या में हुई रैली में देशभक्ति के ज्वार को देखा, जिसमें हजारों लोग भाग लेकर उनके समर्थन में नारे लगाए और देशभक्ति गीत गाए।

प्रधानमंत्री ने अलग-अलग राज्यों के लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले एक रोड शो के दौरान राष्ट्रवादी भावना को मजबूत करने का प्रयास किया। इस रोड शो में उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, झारखंड, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, गोवा, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के लोग शामिल थे।

मोदी ने यह दौरा लोकसभा चुनाव 2024 के लिए एक मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा है, जिससे उन्होंने राष्ट्रवादी भावनाओं को और भी मजबूती से प्रस्तुत किया है। इस अवसर पर, मोदी ने अयोध्या के विकास को गति देने की नई योजनाओं को शुरू करने का भी ऐलान किया है, जिससे शहर को प्रमुख पर्यटन स्थल और शिक्षा केंद्र बनाने में मदद मिलेगी।

मोदी ने इस दौरे के दौरान अपने प्रतिबद्धता और राजनीतिक दृष्टिकोण के माध्यम से यह सुनिश्चित किया है कि उनके नेतृत्व में भारतीय जनता को एकजुट करने का कार्य किया जाए और राष्ट्रवाद को मजबूत किया जाए।

यद्यपि लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम विभिन्न कारकों पर निर्भर करेंगे, जैसे कि देश की आर्थिक स्थिति, विपक्षी दलों की प्रतिष्ठा, और मोदी सरकार की नीतियों पर जनता की प्रतिक्रिया, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के अयोध्या दौरे ने स्पष्टता से दिखा दिया है कि वह 2024 के चुनावों के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। इस यात्रा ने लोकसभा चुनाव 2024 को पूर्वानुमान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जबकि 22 जनवरी का दिन अभी बाकी है, जो एक और महत्वपूर्ण पहलुओं को उजागर कर सकता है।

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