बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब महागठबंधन से नाता तोड़कर NDA के साथ आए तो सरकार में सहयोगी रही तेजस्वी यादव वाली राजद ने खेला होने की बात कही थी। हालाँकि, नीतीश कुमार एनडीए के साथ आ भी गए और सरकार भी चला रहे हैं। हालाँकि, इन सबके बीच राजद के साथ ही खेला हो रहा है। पिछले कुछ हफ्तों में राजद के विधायकों ने पाला बदलकर NDA का दामन थाम लिया।
ताजा मामले में बिहार के भभुआ से राजद विधायक भरत बिंद ने शुक्रवार (1 मार्च 2024) को पार्टी को झटका देते हुए उससे किनारा कर लिया। भरत बिंद ने अब बिहार के सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का दामन थाम लिया है। पिछले 15 दिनों में राजद की यह पाँचवीं टूट है। इससे तेजस्वी यादव के पेशानी पर बल पड़ गए हैं।
बता दें कि इससे पहले राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के चार विधायक पाला बदलकर NDA में शामिल हो चुके हैं। इतना ही नहीं, कॉन्ग्रेस के भी दो विधायक एनडीए में शामिल हो चुके हैं। राजद के जिन चार विधायकों ने NDA का दामन थामा, उनमें प्रह्लाद यादव, चेतन आनंद, नीलम देवी और संगीता देवी हैं। वहीं, कॉन्ग्रेस विधायक सिद्धार्थ सौरभ और मुरारी गौतम ने पार्टी छोड़ दी है।
राष्ट्रीय जनता दल छोड़कर सत्ताधारी NDA में शामिल होने को लेकर भरत बिंद ने कहा, “हमारी इच्छा है तो हम आए हैं।” उन्होंने कहा कि सब लोग तो इधर-उधर आते-जाते रहता है। उन्होंने इशारों-इशारों में कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों से प्रभावित हैं। उन्होंने पार्टी बदलने को लेकर स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा।
पूर्व में यह बताया जा चुका है कि राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के चार विधायकों ने पार्टी छोड़कर NDA में शामिल हो लिया है। इसके अलावा, कॉन्ग्रेस के दो विधायकों ने भी एनडीए में शामिल हो लिया है। राजद के उन चार विधायकों में प्रह्लाद यादव, चेतन आनंद, नीलम देवी और संगीता देवी शामिल हैं। साथ ही, कॉन्ग्रेस के विधायक सिद्धार्थ सौरभ और मुरारी गौतम ने पार्टी छोड़ दी है।
इस बदलाव के माध्यम से न्यूट्रलिटी के माध्यम से सत्ताधारी NDA में शामिल होने पर भरत बिंद ने कहा, “हमारी इच्छा है, तो हम आ गए हैं।” उन्होंने इसके बावजूद सभी लोगों को यह बताया कि लोग समय-समय पर अपने निर्णयों पर विचार करते रहते हैं। उन्होंने अपने इस निर्णय को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों के प्रभाव में होने का परिणाम माना। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी परिवर्तन के बारे में कोई विशेष बात नहीं कही।
भारत बिंद ने साल 2010 में कैमूर जिले के चाँद थाना क्षेत्र के सिलौटा गाँव से अपना राजनैतिक सफर शुरू किया था। उन्होंने जिला परिषद के चुनाव में भाग लिया और जीत हासिल की। इसके बाद, वे साल 2015 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर भभुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़े, लेकिन हार का सामना करना पड़ा।
इसके बाद, भरत बिंद ने राजद की ओर अपना कदम बढ़ाया। साल 2020 के विधानसभा चुनावों में राजद ने उन्हें भभुआ से टिकट दिया, जिसमें उन्हें विजयी बनाया गया। लेकिन, अगले विधानसभा चुनाव के पहले, उन्होंने पार्टी बदल ली और राजद को छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए।