राहुल गाँधी ने मणिपुर से निकलकर गुजरात की ओर अपनी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ की शुरुआत की है। इस यात्रा के दौरान उन्होंने उत्तरी गुजरात के कई इलाकों में जनसभाओं को संबोधित किया है। लेकिन उन्हें बारडोली में हिंदू संगठन ‘श्री राम सेना’ के कार्यकर्ताओं का सामना करना पड़ा। इस यात्रा के दौरान कुछ उनके समर्थकों और विरोधियों के बीच हंगामा भी हुआ। राहुल गाँधी ने ‘स्वराज आश्रम’ का भी दौरा किया और जब वे वापस लौट रहे थे तो स्थानीय संगठन के कार्यकर्ताओं ने उन्हें विरोधी नारों का सामना किया। यहाँ तक कि उनके साथ चल रहे कुछ कार्यकर्ताओं को भी बाधित किया गया।
दोनों पक्षों के सामने आने से माहौल तनावपूर्ण हो गया। कुछ हल्की झड़प की भी खबरें आई हैं। राहुल गाँधी की यात्रा में बारडोली में एक सार्वजनिक बैठक का आयोजन प्रस्तावित था, लेकिन हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं के विरोध की वजह से यह बैठक अचानक रद्द कर दी गई। इसके बाद राहुल गाँधी ने सीधे व्यारा के लिए अपनी यात्रा जारी रखी।
हमारे राजा राम हैं, उनके विरोधी का हम करेंगे विरोध
राहुल गाँधी की यात्रा का विरोध करने वाले श्री राम सेना संगठन के पदाधिकारी संजय पटेल से बात की। उन्होंने हमसे कहा, “हमने राहुल गाँधी का विरोध किया है। जो राम का नहीं वह किसी काम का नहीं। राहुल गाँधी कहते हैं कि मंदिर जाने से किसी को रोजगार नहीं मिलेगा, वह और उनकी कॉन्ग्रेस पार्टी पहले से ही राम मंदिर के विरोध में खड़ी है। उन्होंने कहा, “राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकरा कर कॉन्ग्रेस ने अपनी मानसिकता जगजाहिर कर दी है।”
संजय पटेल ने आगे कहा, “राहुल गाँधी युवाओं को गुमराह कर रहे हैं। अगर वे हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ करेंगे तो हम भी हमेशा उनका विरोध करेंगे। भगवान राम हमारे राजा हैं। उनमे हमारे अटूट आस्था है। हम किसी भी हाल में उनकी खिलाफत बर्दाश्त नहीं करने वाले।”
संजय पटेल ने कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं पर अपने साथियों और सहयोगियों पर हमला करने का भी आरोप लगाया है। बकौल संजय कॉन्ग्रेस ने हमेशा सरदार पटेल को हेय दृष्टि से देखा है लेकिन बारडोली में दिखावा करने के लिए कॉन्ग्रेसी उनके ही नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं।
कई बार कर चुके हैं राम विरोधी टिप्पणी
बताते चलें कि अपनी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान राहुल गाँधी ने कई स्थानों पर राम मंदिर पर टिप्पणी की है। उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव पर भी सवाल खड़े किए थे। तब उन्होंने कहा था कि कार्यक्रम में गरीबों को क्यों नहीं बुलाया गया ? इसके अलावा राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था, “वह चाहते हैं कि भारत के युवा पूरे दिन अपने फोन से चिपके रहें। ‘जय श्री राम’ का जाप करें और भूख से मर जाएँ।” राहुल के इस बयान का काफी विरोध हुआ था।