पाकिस्तान के उत्तरी पश्चिमी इलाके वजीरिस्तान के मीर अली में एक पोस्ट पर बम हमले की घटना सामने आई है। रिपोर्टों के अनुसार, हमले के लिए विस्फोटकों से भरा वाहन पोस्ट में घुसा दिया गया। इससे इमारत का तो हिस्सा ढहा ही, साथ ही हमलावर भी उस रास्ते से अंदर घुस गए। हमले में 7 फौजियों की मौत हो गई। वहीं पाकिस्तानी फौज ने 6 हमलावरों को मार गिराने की जानकारी दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि 16 मार्च की सुबह-सुबह उत्तरी वजीरिस्तान जिले के मीर अली में एक चौकी पर हमला हुआ। यह एक आत्मघाती हमला था, जिसमें दो अधिकारियों समेत 7 सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं। इनकी पहचान लेफ्टिनेंट कर्नल, एक कैप्टन और 5 फौजी के तौर पर हुई है। इस हमले का असली मकसद और पीछे के कारणों का पता लगाने की प्रक्रिया अभी भी जारी है।
पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने बताया कि पहले तो उन्होंने हमलावरों की घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया था। फिर हमलावरों ने विस्फोटकों से भरा वाहन उनकी चौकी में घुसा और एक के बाद एक धमाके हुए। इन धमाकों में बिल्डिंग का एक हिस्सा तो ढहा ही, लेकिन साथ ही 5 फौजी भी मारे गए। इस हमले के पीछे की सच्चाई और विस्तार से जानकारी के लिए जांच जारी है।
हमले के नुकसान के बाद, लेफ्टिनेंट कर्नल सैयद काशिफ और कैप्टन मुहम्मद अहमद बदर के नेतृत्व में अन्य सैनिकों ने वहाँ पहरा दिया। कठोर कार्रवाई में, उन्होंने 6 हमलावरों को मार गिराया, लेकिन फिर लेफ्टिनेंट कर्नल काशिफ और कैप्टन बदर को गोली लगी और उन्हें मार गिराया गया। इसके अलावा, 17 सैनिक घायल हो गए हैं, जिनमें से 7 अस्पताल में भर्ती हैं।
इस हमले के बाद पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने मीर अली में हुए हमले की निंदा की। साथ ही मारे गए फौजियों को श्रद्धांजलि दी और मृतकों के परिवार को सांत्वना दी।