Bangalमें साधुओं को निर्वस्त्र कर पीटा,मिलेBJPसांसद-हिंदी पत्रिका

राम मंदिर के पुजारी बोले – ममता बनर्जी है ‘मुमताज खान’

अप्रैल 2020 में, महाराष्ट्र के पालघर जनपद में हुई एक दुखद घटना में, 2 साधुओं और उनके ड्राइवर को भीड़ ने हत्या कर दी थी। यह मामला महाराष्ट्र सरकार को बहुत ही चुनौतीपूर्ण स्थिति में डाल दिया था और इसने उद्धव ठाकरे की सरकार को बहुत ही असम्मानजनक रूप में चर्चा में लाया था। पुलिस तमाशा देखती रही, चुपचाप खड़ी रहकर, जबकि इस अत्याचारपूर्ण सीने का सामना हो रहा था। इसके बावजूद, साधुओं की मुस्कान से भरी तस्वीरें ने लोगों के मनोबल को बढ़ा दिया था। इसके बाद, पश्चिम बंगाल में भी एक बार फिर इसी तरह की घटना का सामना हुआ है, जहां साधुओं को नग्न करके मारपीट की गई है।

पुरुलिया, पश्चिम बंगाल में हुई इस खौफनाक घटना में, साधुओं का दल गंगासागर की ओर जा रहा था, जब उन्हें अचानक रास्ते में रोका गया। साधुओं के साथ हुई अत्याचारपूर्ण घटना के बारे में, एक साधु मधुर गोस्वामी ने अपने दुखद अनुभवों का आवृत्त किया है। उन्होंने बताया कि उनकी गाड़ी को टाला गया, और फिर उनके साथ धक्का-मुक्की और मारपीट हुई, जिसमें गाड़ी भी तोड़ी गई। इसके बाद पुलिस और प्रशासन पहुंचा, लेकिन उस समय वहां करीब 200-300 लोग मौजूद थे और बेहोश हो जाने के कारण उन्हें सटीक जानकारी नहीं है।

मधुर गोस्वामी ने बताया कि पीड़ित साधुओं के ऊपर भागने का आरोप लगाया गया था, जिस पर बाद में उन्हें माफी मांगने आई गर्ल्स ने इन्हें कहा कि उन्हें ये सजा का प्रतिबंध नहीं होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि वे गंगासागर नहीं जा सकते क्योंकि उनकी गाड़ी टूट गई है और अब वे अपने आश्रम की ओर लौट रहे हैं।पुरुलिया से, भाजपा के जनरल सेक्रेटरी और लोकसभा सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो ने स्थानीय साधुओं से मुलाकात करके उन्हें सम्मानित किया और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने पीड़ित साधुओं से बातचीत की और उनके साथ हुए दुखद घटनाओं का संवेदनशीलता से सामना किया। उन्होंने इन साधुओं की सुरक्षित वापसी की भी व्यवस्था की। भाजपा के IT सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने अनवर शेख को इस हमले के पीछे शामिल होने का आरोप लगाया है, जो कि पश्चिम बंगाल पुलिस में भी सेवानिवृत्त ‘सिविक वालंटियर’ हैं।

अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने पश्चिम बंगाल सरकार के प्रति आलोचना व्यक्त करते हुए कहा है कि वहां की मुख्यमंत्री का नाम ममता बनर्जी नहीं बल्कि ‘मुमताज खान’ है, जो भगवा रंग देखते ही भड़क जाती हैं। उनके अनुसार, वेस्ट बंगाल में हो रही हिन्दू विरोधी घटनाओं के पीछे वहां की मुख्यमंत्री का हाथ है और उनकी नाराजगी की वजह से ही साधुओं पर हमला हुआ। वह ने इस दौरान रामनवमी की शोभा यात्रा पर हमला और दुर्गा पूजा के पंडालों पर हमले का मामला भी उठाया।

उनके बयान के अनुसार, साधुओं के भगवा वस्त्र देख कर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को और भी क्रोध आता है, जिसके कारण वह उन पर हमले करवाती हैं। इस संदर्भ में उन्होंने राज्य की सत्ताधारी TMC के गुंडे अनवर शेख का आरोप भी लगाया है, जो पश्चिम बंगाल पुलिस में ‘सिविक वालंटियर’ भी हैं।

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *