भारत सरकार ने सोमवार (11 मार्च, 2024) को ‘नागरिकता संशोधन कानून’ (CAA) का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इस कानून के लागू होने के बाद अब अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश में किसी भी कारण से सताये जाने वाले अल्पसंख्यकों को भारत में नागरिकता मिलना आसान हो जाएगा। पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है और कई इलाकों में फ्लैग मार्च किया जा रहा है। देश के कई शरणार्थी कैम्पों में जश्न मनाया जा रहा है। वहीं ओवैसी ने इसे बँटवारे वाली सोच बताया है।
CAA नोटिफिकेशन जारी करने से पहले देश के विभिन्न हिस्सों में पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया था। कई संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च भी किया गया था। हर किसी से शाँति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की गई थी। सोशल मीडिया पर भी पुलिस और अन्य एजेंसियों ने पैनी नजर रखी है। नोटिफिकेशन जारी होते ही सोशल मीडिया पर CAA ट्रेंड करने लगा है। ‘Y’ हैंडल पर CAARules हैशटैग टॉप ट्रेंड बना हुआ है जबकि शीर्ष 5 में ‘Citizenship Amendment Act’ भी लीड कर रहा है।
CAA के लागू होते ही देश के विभिन्न हिस्सों के अलावा राजधानी दिल्ली के हिन्दू शरणार्थी कैम्पों में भी खुशी की लहर दौड़ पड़ी। वायरल हो रहे फुटेज में शरणार्थी हिन्दुओं को नाचते-गाते देखा जा सकता है। खुशी मनाने वालों में बच्चे, युवा, बुजुर्ग और महिलाएँ भी शामिल हैं। कैम्पों में मिठाइयाँ बाँटकर खुशी का इजहार किया जा रहा है। इस मौके पर इन शरणार्थियों को बधाई देने वालों का भी ताड़ा लगा हुआ है। कई मीडिया संस्थानों ने खुशी के इस मौके को कवर किया है।
दिल्ली की आदर्श नगर शरणार्थी बस्ती में रात के समय लोग अपनी ख़ुशी को बयां करते हुए सड़कों पर उतर आए हैं। बजरंग बली की प्रतिमा के सामने, उन्होंने अपनी आनंदित भावना को प्रकट किया है। कुछ शरणार्थियों ने ‘भारत माता की जय’ और ‘जय श्री राम’ के नारे भी लगाए हैं। दीपकों को जलाकर माहौल में दीपावली का माहौल बना दिया गया है। लोग अपनी ख़ुशी में नरेंद्र मोदी जी की प्रशंसा भी कर रहे हैं।
पश्चिम बंगाल में एक महिला समूह को ढोल, ताशे, घंटे और नगाड़े बजाते हुए देखा गया है जो अपनी ख़ुशी का इज़हार कर रहा है। इन महिलाओं ने पारंपरिक बंगाली वेशभूषा में सज-धज कर अपने आत्म-विश्वास को प्रकट किया है। एक वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए, कंचन गुप्ता ने खुद को बंगाली शरणार्थी के रूप में पेश किया है और कहा है कि CAA के प्रारम्भ होने के बाद, उनके पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद करने के लिए शब्द नहीं हैं।
राजस्थान के जोधपुर स्थित पाकिस्तानी हिन्दू शरणार्थी शिविर में रहने वाले भूरालाल भील से बात की। भूरालाल भील ने अपने साथ लाखों शरणार्थी हिन्दुओं के लिए इसे ऐतिहासिक दिन बताते हुए इसका पूरा श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया। उन्होंने मोदी को पाकिस्तानी हिन्दुओं के देवता का अवतार बताया। भूरालाल भील ने बताया कि अब वो और उनका परिवार बेहद सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके शिविर में हर कोई जश्न मना रहा है। इस जश्न में स्थानीय हिन्दू संगठन से जुड़े लोग भी शामिल हैं।
साल 1955 में बने इस कानून में बदलाव के लिए इसे साल 2016 में संसद में पेश किया गया था। 10 दिसंबर 2019 में यह बिल लोकसभा में पास हो गया। अगले दिन 11 दिसंबर को इसे राज्यसभा ने भी पारित कर दिया। दोनों सदनों द्वारा पारित होने के बाद 12 दिसंबर 2019 को CAA बिल को राष्ट्रपति की भी मंजूरी मिल गई थी। आखिरकार 11 मार्च, 2024 को केंद्र सरकार द्वारा इस बिल का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है।