जम्मू और कश्मीर के राजनीतिक मामलों में, नेता उमर अब्दुल्लाह ने पीडीपी के साथ संभावित गठबंधन का स्पष्ट इनकार किया है। उन्होंने राजद सुप्रीमो लालू यादव के पीएम मोदी के परिवार पर किए गए बयान को भी नाराजगी जताई है।
आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, उमर अब्दुल्लाह ने अपनी पार्टी की लोकसभा चुनावों की रणनीति को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी, महबूबा मुफ्ती की पीडीपी के लिए जम्मू और कश्मीर में कोई भी सीट नहीं छोड़ेगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उन्हें पहले से पता होता तो वे INDI गठबंधन में शामिल नहीं होते।
वे कहते हैं कि पीडीपी राज्य में तीसरी पार्टी है, और उसके साथ कोई समझौता नहीं हो सकता। वे मीडिया को बताते हैं, “मैंने पहले ही कह दिया था कि तीसरी पार्टी को अपने लिए सीट मांगने का कोई अधिकार नहीं है। आज पीडीपी के साथ कितने लोग हैं जो उन्हें तीसरे स्थान पर लाए हैं। अगर हमें पता होता कि INDI गठबंधन में शामिल होने से दूसरे सदस्य को कमजोर पड़ेगा, तो हम कभी भी इसमें शामिल नहीं होते।”
ध्यान देने योग्य है कि INDI गठबंधन में पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस, दोनों ही शामिल हैं। उमर अब्दुल्लाह कहते हैं कि वह राज्य में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के निर्देश पर कॉन्ग्रेस के लिए सीट छोड़ सकते हैं, लेकिन पीडीपी के लिए सीट नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने बताया कि जम्मू कश्मीर और लदाख में कॉन्ग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस 3-3 सीटों पर लड़ेंगी।
उमर ने बताया कि जम्मू क्षेत्र की दो सीटों और लद्दाख की सीट पर कॉन्ग्रेस जबकि कश्मीर क्षेत्र की तीन सीटों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस लड़ेगी। गौरतलब है कि पीडीपी के अनंतनाग लोकसभा सीट पर दावेदारी की चर्चा थी लेकिन अब INDI गठबंधन में उमर पीडीपी के लिए कोई जगह नहीं बनने देना चाहते। इससे पहले फारुक अब्दुल्लाह नेशनल कॉन्फ्रेंस के अकेले चुनाव लड़ने की भी बात कर चुके हैं। हालाँकि, बाद में उमर ने स्पष्टीकरण दिया था कि उनकी पार्टी INDI गठबंधन का हिस्सा है।
उमर अब्दुल्लाह ने पीडीपी पर गठबंधन धर्म ना निभाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब पूर्व कॉन्ग्रेसी नेता गुलाम बनी आजाद ने उनकी पार्टी पर हमले किए तो पीडीपी ने उनका साथ दिया। उन्होंने कहा कि पीडीपी लगातार नेशनल कॉन्फ्रेंस को निशाना बना रही है।
उमर अब्दुल्लाह ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पीएम मोदी को लेकर दिए गए बयान पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि इस तरह की बातें आम जनता पर असर नहीं करती और लालू का यह बयान सेल्फ गोल है। उन्होंने कॉन्ग्रेस सांसद राहुल गाँधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने राहुल गाँधी के अम्बानी-अडानी और राफेल जैसे मुद्दों को उठाने को गैरजरूरी बताया। उन्होंने कहा कि चौकीदार चोर है जैसे नारे लोग पसंद नहीं करते और इससे हमारा कोई फायदा नहीं होता।