भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने क्या कहा पं Modi के बारे मैं ।
भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने रथयात्रा के समय अपने मन में अहसास होने का वर्णन करते हुए कहा है कि उन्हें यात्रा के दौरान महसूस हुआ था कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण होने का समय आ गया है। उन्होंने खुद को सारथी कहा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राममंदिर के शुभारंभ के लिए बधाई भी दी। आडवाणी भी 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे।
1990 में गुजरात के सोमनाथ से शुरू होने वाली उनकी रथयात्रा का संयोजक तब नरेंद्र मोदी थे। इस यात्रा का समापन बाबरी मस्जिद के विध्वंस के साथ हुआ था। आडवाणी ने बताया कि जब विवादित ढाँचा टूटा था, तब वह अयोध्या में ही थे।
पूर्व उप प्रधानमंत्री आडवाणी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि राम मंदिर भगवान राम के गुणों को अपनाने के लिए सभी भारतीयों को प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा, “उस समय (सितंबर 1990 में यात्रा शुरू होने के कुछ दिन बाद) मुझे लगा कि नियति ने तय कर लिया है कि एक दिन अयोध्या में एक भव्य राम मंदिर बनाया जाएगा… अब यह केवल समय की बात है।”
राष्ट्रधर्म नाम की एक पत्रिका से बातचीत करते हुए लालकृष्ण आडवाणी ने आगे कहा, “और, ‘रथयात्रा’ शुरू होने के कुछ कुछ दिनों बाद मुझे एहसास हुआ कि मैं सिर्फ एक सारथी था। मुख्य संदेश यात्रा ही थी… वह ‘रथ’ पूजा के योग्य था, क्योंकि यह भगवान राम के जन्मस्थान पर जा रहा था।” उन्होंने रथयात्रा को अपने राजनीतिक करियर की सबसे निर्णायक और परिवर्तनकारी घटना बताया।
आडवाणी ने बताया कि उन्हें पहले नहीं पता था कि रथयात्रा एक जनआंदोलन में बदल जाएगी। उन्होंने इसे एक ‘खुद को खोजने’ का एक मौका माना और कहा, “यात्रा के दौरान, कई अनुभव हुए जिन्होंने मेरे जीवन को प्रभावित किया। दूरदराज के गाँवों से ग्रामीण मेरे पास आते थे, रथ देखकर भावना से अभिभूत होते थे। वे नमस्कार करते थे, ‘राम’ का जाप करते थे और चले जाते थे। यह एक संदेश था।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई देते हुए आडवाणी ने कहा कि भगवान राम ने अपने मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए नरेंद्र मोदी के रूप में अपना भक्त चुना, जिनकी देखरेख में मंदिर की इमारत बन रही है। उन्होंने कहा, “अब जब पीएम मोदी मंदिर का अभिषेक करेंगे तो वह भारत के प्रत्येक नागरिक का प्रतिनिधित्व करेंगे।”
लालकृष्ण आडवाणी ने ये सभी विवरण राष्ट्रधर्म नाम की एक मासिक पत्रिका से की बातचीत में साझा की है। ‘श्रीराममंदिर: एक दिव्य स्वप्न की पूर्ति’ नाम से यह लेख 15 जनवरी 2024 को प्रकाशित होगा। बता दें कि विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने पिछले दिनों कहा था कि राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में लालकृष्ण आडवाणी शामिल रहेंगे।