मंदिर वहीं पर बन रहा, अयोध्या की तरह मथुरा-काशी की तारीख भी‘तय’:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले मथुरा-काशी को लेकर अपना स्थान साफ कर दिया है। उन्होंने बताया है कि अयोध्या के लिए कहा गया था – “रामलला हम आएँगे, मंदिर वहीं बनाएँगे,” तो अब मंदिर वहीं पर बन रहा है। उन्होंने कहा कि जैसे अयोध्या के लिए कानूनी लड़ाई लड़ी गई, वैसे ही मथुरा-काशी के लिए भी न्यायिक प्रक्रिया का पालन होगा, और फिर जो फैसला होगा, उसे माना जाएगा।
इस इंटरव्यू में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या को नगरी नहीं मानकर बल्कि पूरे विश्व की राजधानी मानी है। वह उद्धव ठाकरे गुट के संजय राउत के आरोपों का जवाब भी दिया है, जिसमें कहा गया था कि राम मंदिर का गर्भगृह ठीक स्थान पर नहीं बना है। सीएम योगी ने राउत के सवालों पर जवाब देते हुए कहा है कि प्रभु राम का मंदिर ठीक वहीं बनाया गया है जहाँ उसे होना चाहिए था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि संजय राउत और उद्धव ठाकरे ने खुद राम मंदिर के निर्माण की स्थापना को देखा है। उन्होंने यह प्रश्न किया कि अगर इसे लेकर उन्हें कोई आपत्ति थी तो वे पहले क्यों सूचना नहीं दी। सीएम योगी ने कहा कि वे अपनी पूरी संघर्ष में एक ही मंत्र अपनाए गए थे – “रामलला हम आएँगे, मंदिर वहीं बनाएँगे।” अब वही स्थान पर मंदिर बन रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि अयोध्या के लिए हुई पूरी संघर्ष में वह विश्वासपूर्ण परिणाम प्राप्त कर रहे हैं और रामलला का मंदिर वही बना जा रहा है जहां उसे होना चाहिए था।
उन्होंने अयोध्या में किए गए परिवर्तनों पर चर्चा करते हुए कहा कि 10 साल पहले तक किसी को भी यह सोचने की बात नहीं थी कि यहां फोर लेन सड़क बनेगी। लेकिन आज शहर के पास सुख सुविधाओं से लैस रेलवे स्टेशन है, जो कि एक समय में छोटी सी रेल लाइन था। अब यहां एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भी तैयार है। सरयू नदी पर पहले सरकारें गोलियाँ चलाती थीं, लेकिन अब यहां क्रूज भी चलते हैं।
मथुरा-काशी के बारे में सवाल पूछे जाने पर, सीएम ने कहा, “यह विषय अभी न्यायालय में है। हमने रामलला के लिए 500 सालों तक संघर्ष किया है। हमने मर्यादित ढंग से ही न्याय और सत्य की विजय प्राप्त करने के बाद ही रामलला का मंदिर बना रहे हैं। इसी तरह हम इस मामले को भी न्यायालय के माध्यम से हल करेंगे। हम हर सबूत कोर्ट के सामने रखेंगे और अपनी लड़ाई लड़ेंगे।”
कृष्ण मंदिर की तारीख के बारे में पूछा गया तो सीएम ने कहा, “सब कुछ कानूनी तरीके से किया जाएगा। प्रभु की तारीख हम कैसे तय कर सकते हैं। जब प्रभु की इच्छा होगी तब ये सब हो जाएगा।”
राहुल गांधी और कॉन्ग्रेस द्वारा प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम को पॉलिटिकल इवेंट बताये जाने पर, सीएम ने कहा कि अगर यह पॉलिटिकल इवेंट है तो कॉन्ग्रेस को इसे करने से कोई रोका क्यों नहीं था। 1948 से एक लंबे समय तक देश में सरकारें चलाई गई हैं। उन्होंने यह सवाल उठाया कि राहुल गांधी तो 2004 से सांसद हैं और काफी समय से सरकार पीछे से चलाते आए हैं, उन्हें इसे करने से किसने मना किया था। सीएम ने कहा कि राहुल गांधी ने हमेशा भारत के संविधान का अपमान करने वाले इवेंट किए हैं।