रूस की राजधानी मॉस्को में हुए आतंकी हमले के बाद अब तक 11 संदिग्ध लोग हिरासत में लिए गए हैं। इनमें कथिततौर पर 4 बंदूकधारी भी है जिन्होंने निर्दोष लोगों पर हमला किया। रूसी प्रशासन का दावा है कि इन लोगों को मदद यूक्रेन से प्राप्त हुई थी। हमले के बाद ये लोग यूक्रेन के रास्ते रूस से भागने वाले थे। रूस को ये बिंदु पता लगने के बाद राष्ट्रपति पुतिन ने चेतावनी जारी की। उन्होंने कहा कि जल्द ही सभी हमलावरों की पहचान होगी और जो भी इसमें शामिल होगा हर किसी को सजा मिलेगी।
रूस की प्रारंभिक जाँच में सामने आया है कि आईएस आतंकियों को मदद मुहैया यूक्रेन ने कराई थी। हमलावर बॉर्डर पार कर सकें इसके लिए एक रास्ता यूक्रेन ने खोला हुआ था। वहीं यूक्रेन का कहना है कि वो इस आतंकी हमले में शामिल नहीं थे। उनकी लड़ाई रूस की सेना से न कि नागरिकों से।
राष्ट्रपति पुतिन ने इस घटना के बाद अपने संबोधन आतंकियों को सजा देने की कसम खाई। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, “हम उन सभी लोगों की पहचान करेंगे और उन्हें दंडित करेंगे जिन्होंने आतंकवादियों को समर्थन दिया, जिन्होंने रूस के खिलाफ, हमारे लोगों के खिलाफ इस अत्याचार, इस हमले की तैयारी की।”
बता दें कि इस हमले में आतंकवादियों ने कॉन्सर्ट हॉल में घुसकर अंधाधुंध फायरिंग की और बाद में बम भी फेंके। इन लोगों ने कॉन्सर्ट हॉल में आग लगाने के लिए पेट्रोल का इस्तेमाल किया। अब तक मौत का आँकड़ा 133 पहुँच गया है। वहीं 107 के करीब घायल हैं। 28 शव तो शौचालय में जबकि 14 शव सीढ़ियों पर मिले हैं। एक वीडियो भी सामने आई है जिसमें एक आतंकी लोगों को मारते हुए दिखाया जा रहा है और मारने के बाद उनका गला रेत रहा है। ये वीडियो कहाँ की है ये तो नहीं पता चल सका है लेकिन रूस में हमले के बाद इसे शेयर किया जा रहा है।
ध्यान देने योग्य है कि जहाँ रूस ने 4 बंदूकधारियों को हिरासत में लेने की बात कही है। वहीं इस्लामिक स्टेट का दावा है कि सारे हमलावर हमले के बाद सुरक्षित रूप से अपने ठिकानों पर आ गए हैं। अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार, आतंकी हमला करने के बाद रेनॉल्ट गाड़ी में भागे गए थे। बाद में उन्हें दक्षिण-पश्चिम में ब्रांस्क क्षेत्र में देखा गया। पुलिस ने उनका पीछा किया और पकड़ने का प्रयास किया। बाद में उनकी कार से पिस्तौल, राइफल की मैग्जीन, ताजिकिस्तान के पासपोर्ट बरामद हुए। एक टीवी संपादक सिमोनियन ने यह भी जानकारी दी कि संदिग्ध लोगों में से एक आतंकी 4 मार्च को तुर्की से आया था। टीवी पत्रकार ने यह भी बताया है कि इन लोगों को पैसे देकर ये हमला करने के निर्देश टेलीग्राम के जरिए मिले थे।