सद्गुरु जग्गी वसुदेव की ब्रेन सर्जरी हुई है। उन्हें सिर में दर्द की शिकायत के बाद अस्पताल ले जाया गया था, जहाँ उनकी इमर्जेंसी सर्जरी की गई। उनकी हालत बेहद गंभीर थी, क्योंकि ब्रेन के अंदर सूजन के साथ ही ब्लीडिंग भी हो रही थी। उन्हें दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहाँ स्पेशलिस्ट डॉक्टरों ने सर्जरी की प्रक्रिया को पूरा किया। बताया जा रहा है कि उनकी हालत स्थिर है और तेजी से वो रिकवर कर रहे हैं।
सद्गुरु जग्गी वसुदेव को कई दिनों से सिर में दर्द हो रहा था। उन्हें अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ इमर्जेंसी सर्जरी करनी पड़ी। जानकारी के मुताबिक, उन्हें 17 मार्च को सिर में तेज दर्ज की शिकायत के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके दिमाग में भारी सूजन और ब्लीडिंग की समस्या पाई गई, जिसके बाद इमर्जेंसी में सर्जरी को अंजाम दिया गया।
वरिष्ठ पत्रकार आनंद नरसिम्हन ने सद्गुरु जग्गी वसुदेव के सेहत के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों से सद्गुरु को सिर में तेज दर्द की शिकायत थी। उन्हें एक्स पर लिखा, “14 मार्च को भयंकर सिरदर्द की शिकायत हुई, जिसके बाद उनकी एमआरआई जाँच कराई गई। इस जाँच में उनके ब्रेन में काफी ज्यादा ब्लीडिंग की समस्या दिखी। 17 मार्च को उनकी हालत काफी खराब हो गई और उन्हें लगातार उल्टियाँ होने लगी, जिसके तुरंत बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। सीटी स्कैन में पता चला कि उनके दिमाग में सूजन हो गई थी और जान का खतरा उत्पन्न हो गया था।”
उन्होंने आगे बताया, ” सीटी स्कैन के बाद 17 मार्च को ही दिल्ली अपोलो अस्पताल में डॉ विनित सूरी, डॉक्टर प्रणव कुमार, डॉक्टर सुधीर त्यागी और डॉ एस चटर्जी की टीम ने सद्गुरु जग्गी वसुदेव की इमर्जेंसी सर्जरी की। इस सर्जरी के बाद ही उनके दिमाग में हो रही ब्लीडिंग को बंद किया जा रहा। उन्हें कुछ समय तक वेंटिलेटर पर भी रखना पड़ा था। हालाँकि अब उनकी सेहत में तेजी से सुधार हो रहा है और उन्हें वेंटिलेटर की जरूरत नहीं रह गई है। उनके शरीर के सभी अंग काम कर रहे हैं और उनकी सेहत में तेजी से सुधार देखा जा रहा है।”
इशा फाउंडेशन ने सद्गुरु जग्गी वसुदेव की सर्जरी करने वाले अपोलो अस्पताल के सीनियर न्यूरोलॉजिस्ट विनित सूरी का बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी है।
“विगत 4 सप्ताहों से उन्हें सिरदर्द की कई शिकायतें थीं। हालाँकि वे काम में जुटे रहते और मीटिंग्स में शामिल होते रहे। लेकिन 17 मार्च को स्थिति गंभीर हो गई, जिसके बाद उन्होंने सर्जरी की सलाह दी। उनके दिमाग में ब्लीडिंग हो रही थी, जो कि बाहरी थी, लेकिन उनकी जिंदगी के लिए खतरा बना रहा। लेकिन सर्जरी के बाद उनका हाल अब बहुत बेहतर है और उन्हें वेंटिलेटर की आवश्यकता नहीं है।”