UP news: जिससे बीवी की डिलिवरी के लिए ₹5000 लिए, उसके ही बच्चों को काट डाला: पीड़ित माँ ने बताया- भाभी चाय पिला दो कहते हुए घर में घुसा था साजिद – हिंदी पत्रिका

उत्तर प्रदेश के बदायूँ में दो सगे भाइयों की निर्मम हत्या करने वाले साजिद का यूपी पुलिस ने एनकाउंटर कर डाला। साजिद ने मंगलवार (19 मार्च 2024) को बाबा कॉलोनी निवासी विनोद ठाकुर के दो बेटों- आयुष (13) और अहान (6) का घर में घुसकर गला रेता था। वहीं तीसरा बच्चा पीयूष उसके वार से बाल-बाल बचा था।

हत्या के दौरान साजिद पर इतनी हैवानियत सवार थी कि कुछ रिपोर्ट बता रही हैं कि हत्या के बाद साजिद के न केवल हाथ खून से सने थे बल्कि उसके मुँह पर भी खून लगा हुआ था जैसे उसने गला रेत उसे पिया हो। स्थानीयों ने इस घटना के बाद साजिद की हेयर सैलून की दुकान में रखे सामान को गुस्से में आग के हवाले कर दिया। वहीं घरवालों का अब भी रो-रोकर बुरा हाल है।

साजिद कैसे घुसा घर में, क्या बोला, क्या किया?

पूरा मामला 19 मार्च 2024 का है। यूपी के बदायूँ में सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र में बाबा कॉलोनी में रहने वाले ठेकेदार विनोद ठाकुर के तीनों बच्चे अपने घर पर थे। शाम को 6:30 बजे उनके यहाँ घर के पास ही एक हेयर सैलून चलाने वाले साजिद और जावेद आए। विनोद ठाकुर की पत्नी संगीता ने गेट खोला तो उन्होंने उनसे क्लैचर माँगा और उसके बाद वो 5000 रुपए माँगने लगे।

अमर उजाला पर मौजूद वीडियो में संगीता (पीड़ित माँ) बताती हैं कि साजिद ने उनसे कहा कि उसकी बीवी की डिलीवरी होने वाली है, डॉक्टर ने समय दिया है, पाँच बच्चे पहले ही खत्म हो चुके हैं, उसे पैसों की सख्त जरूरत है। इसके बाद संगीता ने अपने पति विनोद ठाकुर को फोन किया और सारी बात बताई। विनोद ने भी कहा कि वो साजिद को पैसे दे दें क्योंकि मुश्किल समय सबपर आता है मदद करनी चाहिए। इसके बाद संगीता ने साजिद को 5000 रुपए दे दिए।

पैसे लेकर साजिद ने बच्चों की माँ से चाय बनाने को कहा। वह बोला- “भाभी चाय बनाओ मैं अभी ऊपर से आ रहा हूँ।” संगीता को लगा कि शायद बीवी अस्पताल में है इसलिए उसे बेचैनी होगी। संगीता ने उसे छत पर जाने दिया। इसके बाद साजिद ने बच्चों को छत पर बुलाया। यहाँ उसने बड़े वाले लड़के को अपने पास रोककर छोटे वाले से कहा कि वो पानी ले आए और बीच वाले से कहा वो गुटका ले आए।

सबके इधर-उधर पर ही साजिद ने आयुष और अहान का गला रेता। वहीं पीयूष ने जब छत पर जाकर देकर देखा तो वो चाकू लेकर उसके पीछे भी भागा लेकिन पीयूष किसी तरह बचकर चिल्लाते हुए नीचे आ गया। उसकी आवाज सुन माँ-दादी दोनों घबरा गए। उन्होंने ऊपर जाकर देखा तो सबके हाथ-पाँव फूल गए।

साजिद उनके सामने खड़ा था, उसके हाथ खून से सने हुए थे, और जावेद नीचे इंतजार कर रहा था। माँ-दादी ने बच्चों का शव देखते ही चिल्लाना शुरू किया और पड़ोसी भी इकट्ठा हो गए। उन्होंने संगीता और पीयूष को किसी तरह बाहर खींचा और भीड़ जमाकर मंडी समिति पुलिस चौकी गई। इस दौरान, वहाँ आसपास की खोखों और कुर्सियों में तोड़फोड़ हुई।

पुलिस ने 3 घंटे में किया मुख्य आरोपित का एनकाउंटर

मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी और डीएम घटनास्थल पर पहुँचे। उन्होंने आयुष और आहान के शवों को निकाला। लोगों ने उन्हें बताया कि आरोपी खून से सने हाथों के साथ भाग गया है। इस सूचना के बाद पुलिस ने इलाके को घेर लिया और मात्र तीन घंटों के बाद ही खबर आई कि पुलिस ने मुख्य आरोपी साजिद को एनकाउंटर में मार गिराया है। यह एनकाउंटर शेखूपुर जंगल के पास हुआ।

वास्तव में, पहले साजिद ने पुलिस पर गोली चलाने का प्रयास किया था। उत्तरदायी कार्रवाई में पुलिस ने उसे ढेर दिया। मुठभेड़ में इंस्पेक्टर गौरव विश्नोई भी घायल हैं। उनका इलाज जिला अस्पताल में हो रहा है और उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया है।

व्यथित माता-पिता के बताने पर किसी को समझ में आया कि पीड़ितों का हाल बेहाल है। जब उन्हें पता चला कि पुलिस ने साजिद को मार गिराया है, तो उन्होंने माँग की कि उन्हें साजिद के शव को दिखाया जाए, अन्यथा वे आत्महत्या कर लेंगे। पुलिस ने उन्हें आश्वासन दिया कि साजिद का शव उन्हें दिखाया जाएगा। इसके साथ ही यह भी कहा गया कि मामले में साजिद द्वारा खून पीने की बात जाँच के लिए है और जाँच की प्रक्रिया चल रही है। दूसरा आरोपी जावेद फरार है और पुलिस उसे ढूँढने में जुटी है।

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